Stockholm International Peace Research Institute, SIPRI (स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान)
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान विश्व
समुदाय में हथियारों के निर्माण, अनुप्रयोग और उनकी व्यापकता की
जांच करना और इससे संबंधित अनुसंधान करना और सामरिक परिप्रेक्ष्य और आतंकवाद सहित विभिन्न
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर शोध करना ,जिससे विश्वभर में शांति और
सुरक्षा बनी रहे ।
SIPRI प्रतिवर्ष एक
रिपोर्ट प्रस्तुत करता है जो बताती है कि विश्वभर में प्रतिवर्ष कितने बंदूक और हथियारों का उत्पादन होता है
सबसे बड़े उत्पादक(निर्यातक),उपभोक्ता(आयातक) देश-
Top Arms and weapons manufacturer(Exporter) Countrywise-
नीचे arms
और weapons
के manufacturer
की list
दी गई है जहां आप देख सकते हैं कि विश्व मे अमेरिका सबसे बड़ा निर्यातक देश है
Top Arms and weapons Buyers(Importer) Countrywise-
नीचे arms
और weapons
के importer(आयातक अर्थात
खरीदने वाले देश) की list में विश्व मे भारत सबसे बड़ा आयातक देश है
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (Stockholm International
Peace Research Institute, SIPRI) एक स्वीडिश अनुसंधान संस्थान है
जो 1966 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य असामान्य
हथियारों की निर्माण, अनुप्रयोग और उनकी व्यापकता की जांच करना और इससे
संबंधित अनुसंधान करना है। SIPRI विभिन्न प्रकार के सामरिक
परिप्रेक्ष्य, द्विपक्षीय संघर्ष, शांति स्थापना और आतंकवाद सहित
विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी शोधों के लिए प्रसिद्ध है। SIPRI विश्व के सशक्त राष्ट्रों, गैर-सरकारी संगठनों और विभिन्न
संगठनों के साथ सहयोग करता है ताकि विश्व शांति और सुरक्षा को बढ़ावा मिल सके। यह
एक प्रमुख स्वीडिश अनुसंधान संस्थान है जिसने अपने दृढ़ स्थान को वैश्विक मानक में
स्थापित किया है।
Top Company Arms and weapons Manufacturing & Sales -
साथ ही आप यहां यह भी देख सकते हैं कि arms और weapons की manufacturing और sales के क्षेत्र में किस
कंपनी की sales
कितनी है या विश्व के कुल बिक्री में उनकी कितने % हिस्सेदारी है
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान कि उत्पत्ति-
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (SIPRI) की उत्पत्ति का कारण था विश्वयुद्ध के दौरान तथा उसके बाद
की शांति और सुरक्षा की स्थिति के माध्यम से निरंतर बदलते जीवन की चुनौतियों को
समझने और समाधान के लिए एक समर्थ और निष्पक्ष संगठन की आवश्यकता थी। SIPRI को 1966 में स्थापित किया गया था और
इसका मुख्य उद्देश्य था विश्व की शांति और सुरक्षा से संबंधित अनुसंधान करना, हथियारों की व्यापकता और उनके निर्माण पर जांच करना, और अंतरराष्ट्रीय नीतियों को सुधारने के लिए सिफारिशें देना। इसके संस्थापकों
में राग्नार नेर्स्ट्रोम, जन वेननेर, डानियल एलीअसन, एवा लिब्या, रूड होल्मबर्ग, हेनरी त्रोफ, डानियल बर्गस्ट्रोम और मारिया बेन्सडोटर को शामिल
किया जा सकता है। SIPRI ने अपने उत्पादनों और अनुसंधान कार्यों के माध्यम से
विश्व समुदाय को एक निष्पक्ष और विश्वसनीय स्रोत प्रदान करके अपनी मान्यता प्राप्त
की है।
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान के उद्देश्य-
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (SIPRI) के मुख्य उद्देश्यों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
हथियारों और हथियारों की व्यापकता की अनुसंधान करना। SIPRI असामान्य हथियारों, सैन्य सुरक्षा, और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर विशेषज्ञता रखता है।
विश्व शांति और सुरक्षा में सुधार के लिए नीतिगत सलाह
देना। SIPRI
अपने अनुसंधानों के माध्यम से नीतियों और योजनाओं पर
सिफारिशें देता है जो विश्व शांति और सुरक्षा को सुधारने में मदद कर सकती हैं।
सामरिक परिप्रेक्ष्य और आतंकवाद सहित विभिन्न
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर शोध करना। SIPRI विभिन्न संघर्षों और संघर्ष के
प्रभाव की जांच करता है और इससे संबंधित विश्व समुदाय को जागरूक करने का प्रयास
करता है।
विश्व के भिन्न संघ, राष्ट्रों और साथी संगठनों के
साथ सहयोग करना जो शांति और सुरक्षा के क्षेत्र में गतिशीलता और सुधार में सहायक हो सकते हैं।
इन उद्देश्यों के माध्यम से, SIPRI विश्व भर में शांति और सुरक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय
योगदान देने का प्रयास करता है।
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान के सम्मेलन और समझौता-
स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (SIPRI) ने अपने कार्यक्रमों के माध्यम से अनेक समझौते और सम्मेलन
आयोजित किए हैं जिनमें विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया गया है। कुछ
महत्वपूर्ण समझौते और सम्मेलन निम्नलिखित हैं:
संयुक्त राष्ट्र संबंधित सम्मेलन: SIPRI ने संयुक्त राष्ट्र से सहयोग करके विभिन्न सम्मेलन आयोजित
किए हैं जिनमें विशेषज्ञों की भागीदारी से विशिष्ट विषयों पर विचार-विमर्श किया
गया है।
असीया-प्रशांत समझौते: SIPRI ने असीया-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा संबंधी
मुद्दों पर समझौते किए हैं, जिनमें क्षेत्रीय राजनीतिक और
सुरक्षा मामलों पर ध्यान दिया गया है।
हथियार नियंत्रण के सम्मेलन: SIPRI ने हथियार नियंत्रण और अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा पर समझौते
किए हैं जिनमें विभिन्न देशों के बीच समझौते पर चर्चा की गई है।
संयुक्त राष्ट्र संबंधित समझौते: SIPRI ने विश्वव्यापी विषयों पर संयुक्त राष्ट्र से समझौते किए
हैं जैसे कि शांति, सुरक्षा, परमाणु हथियारों का
अनियंत्रितीकरण, आतंकवाद आदि।
इन समझौतों और सम्मेलनों के माध्यम से SIPRI ने विश्व समुदाय के बीच सहयोग और समझौता प्रोत्साहित किया
है जिससे विश्वभर में शांति और सुरक्षा को सुधारने में सहायता मिली है।
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